गर्मी के मौसम के आते ही सभी कीटों की संख्या बढ़ जाती है I मनुष्य अपनी सहूलियत के हिसाब से अपने लिए तो समाधान जुटा लेता है लेकिन पशुओं को नज़रंदाज़ कर दिया जाता है I इन्ही कीड़ों के काटने पर पशुओं को ना सिर्फ दर्द का सामना करना पड़ता है बल्कि यही कीड़े पशुओं में अन्य परजीवी बिमारियों के जनक भी होते हैं I कीड़ों के काटने के लक्षण काटने या डंक से सूजन, लालिमा, और खुजली हो सकती है। कुछ जानवरों को एक स्टिंग या काटने के लिए एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है जिसके परिणामस्वरूप हल्के पित्ती, चेहरे की … Continue Reading →
दुधारू पशुओं में गर्मी के लक्षण तथा कृत्रिम गर्भाधान
मद या मदकाल: इस अवधि में मादा पशुओं द्वारा यौन इच्छा तथा नर पशु की स्वीकृति को प्रकट किया जाता है I पशुओं में गर्मी के लक्षण झुंड में अन्य पशुओं के साथ मिश्रित पशु पशु अधिक उत्तेजित हो जाते हैं पर भैंस में कम उत्साह होता है भूख कम लगना बार-बार रम्भाना शरीर के तापमान में तीव्र वृद्धि अपारदर्शी और रस्सी की तरह श्लेष्म का योनी से बाहर निकलना I अक्सर श्लेष्म योनी से लटका हुआ दिखाई देता है योनिद्वार में सूजन हो जाती है तथा गुलाबी रंग का हो जाता है मद में आये पशु का अन्य … Continue Reading →
Making 100kg broiler (poultry) feed, 100kg ਬ੍ਰੋਇਲਰ (ਪੋਲਟ੍ਰੀ) ਫੀਡ ਫ਼ਾਰਮੁਲਾ, कैसे बनाएं ब्रायलर 100किलो फ़ीड
How to make 100kg broiler (poultry) feed 100kg ਬ੍ਰੋਇਲਰ (ਪੋਲਟ੍ਰੀ) ਫੀਡ ਬਣਾਉਣ ਦਾ ਫ਼ਾਰਮੁਲਾ कैसे बनाएं ब्रायलर (पोल्ट्री) के लिए 100किलो फ़ीड Ingredient ਸਮੱਗਰੀ सामग्री Unit ਯੂਨਿਟ यूनिट Broiler starter (0-6 weeks of age) ਸਟਾਟਰ ਰਾਸ਼ਨ स्टार्टर राशन Broiler finisher (6-9 weeks of age) ਫਿਨਿਸ਼ਰ ਰਾਸ਼ਨ फिनिशर राशन Picture ਫੋਟੋ फ़ोटो Yellow maize ਮੱਕਾ मक्का Kg 45 48 Rice polish ਚੌਲਾਂ ਦੀ ਪਾਲਸ਼ चावल … Continue Reading →
सांप के काटने पर कैसे करें अपने पशुओं का रख-रखाव
क्या करें अपने पशु को बाँध कर रखें ताकि पशु ज्यादा हरकत न करे और ज़हर ज्यादा न फैले I पशु के जिस हिस्से पे सांप ने काटा हो उस हिस्से को दिल के स्तर से नीचे रखें ताकि खून का स्त्राव दिल तक कम आये I पशु को शांत रखें और चलने फिरने की अनुमति न दें I पशु को एक जगह से दूसरी जगह उठा कर लेकर जाएँ I सांप की पहचान करने के लिए उसे मत मारें I हो सके तो उसकी फोटो खींच लें या सावधानीपूर्वक पकडें सांप के काटने पर प्राथमिक चिकित्सा जिस अंग पर सांप ने काटा हो उस अंग के ऊपर जहां से खून … Continue Reading →
बछड़ों में टीकाकरण कब और कैसे करें
स.न. रोग का नाम पहला टीका बूस्टर टीका प्रतिवर्ष कब दोहराये कैसे करें बाज़ार में उपलब्धि टिप्पणी 1. खुर पका मुंह पका रोग या एफ. एम. डी. 4 महीने या उससे अधिक आयु में पहले टीके के 1 महीने बाद हर 6 महीने में दोहरायें त्वचा के नीचे रक्षा एफ. एम. डी. - 2. गला घोंटू 6 महीने या उससे अधिक आयु में - हर 1 साल में दोहरायें त्वचा के नीचे रक्षा एच. एस. मोनसून से पहले 3. लंगड़ा बुखार 6 महीने या उससे अधिक आयु में - हर 1 साल में दोहरायें त्वचा के … Continue Reading →
दिनों के हिसाब से कैसे करें नवजात बछड़ों का प्रबंधन
डेयरी व्यवसाय में बछड़ा प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है I 3 महीने से कम उम्र के बछड़ों के लिए अतिरिक्त देखभाल और ध्यान विशेष रूप से ज़रूरी है क्योंकि इस आयु में वह कई संक्रामक रोगों के लिए संवेदनशील होते हैं, विशेष रूप से श्वसन और आंतों का संक्रमण के लिए । निर्धारित मानकों के अनुसार, किसी भी समय किसी भी डेयरी झुंड के लिए बछड़ा मृत्यु दर 5% से कम होनी चाहिए। बछड़ों की मृत्यु दर 5% से कम होने के लिए बछड़ों के प्रबंधन में निम्नलिखित प्रबंधन प्रक्रियाओं का पालन किया जाना चाहिए जन्म के समय या 0 दिन … Continue Reading →
इमू पालन: एक लाभकारी व्यवसाय
इमू का प्रजनन इमू को 18 से 24 महीनों तक का समय यौन परिपक्वता प्राप्त करने के लिए लगता है । इमू सर्दियों के मौसम में प्रजनन करते हैं I इमू मोनोगेमस होते हैं यानी एक मादा एक नर से प्रजनन करती है I सर्दियों में (प्रजनन के मौसम में) नर के साथ मादा प्रजनन करती है और अंडे देती है । बाद में, पुरुष इन अंडों पर खाने और पानी के बिना 52 दिन की अवधि के लिए बैठता है I चूज़े अंडे से बाहर निकलने के बाद नर इमू के पीछे चलते हैं I इमू आमतौर पर शाम के 5.30 से 7.00 बजे के बीच अंडे देता है। … Continue Reading →
मुर्गीपालन के लिए कैसे लें लोन…
कुक्कुट उद्यम पूंजी निधि योजना Poultry Venture Capital Fund Scheme (PVCFS) कुक्कुट उद्यम पूंजी निधि योजना नाबार्ड (NABARD) और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा प्रोत्साहित की गई एक योजना है, जो मुर्गी पालन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए है। इस योजना में पोल्ट्री उद्योग को पिछड़े क्षेत्रों में रोजगार या उद्यमशीलता के अवसर पैदा करने के लिए मजबूत बनाने की परिकल्पना की गई है। इस लेख में, हम पोल्ट्री उद्यम पूंजी निधि योजना को विस्तार से देखेंगेI कोन ले सकता है लोन किसान, … Continue Reading →
बकरियों, भेड़ों और खरगोशों को पालने के लिए लोन
छोटे रूमीनेंट्स (बकरियां और भेड़ें) और खरगोशों की एकीकृत विकास स्कीम Centrally Sponsored Scheme for Integrated Development of Small Ruminants and Rabbits (IDSRR) IDSRR स्कीम का उद्देश्य वाणिज्यिक पालन के लिए जाने वाले भेड़ / बकरी / खरगोशों के पालनपोषण को प्रोत्साहित करना I देशी नस्लों का उत्पादन प्रदर्शन नियमित चयन से बेहतर करना और मापन योग्य संकेतकों के आधार पर उनको मारना । योजना घटक दो चैनल - वाणिज्यिक इकाइयों और निजी प्रजनन फार्मों के क्रेडिट लिंकेज के लिए और दूसरा … Continue Reading →
बकरियों की महामारी अथवा पी पी आर रोग: लक्षण एवं रोकथाम
पीपीआर रोग विषाणु जनित एक महत्वपूर्ण रोग है जिससे बकरियों में अत्यधिक मृत्यु होती है, इसलिए पीपीआर रोग को ‘बकरियों में महामारी‘ या ‘बकरी प्लेग‘ के नाम से भी जाना जाता है। एक अध्ययन के अनुसार पीपीआर रोग से भारत में बकरी पालन के क्षेत्र में सालाना साढ़े पाँच हजार करोड़ रुपये का नुकसान होता है। इसमें मृत्यु दर प्रायः 50 से 80 प्रतिशत तक होती है जोकि अत्यधिक गंभीर स्थिति में बढ़कर 100 प्रतिशत हो सकती है। यह रोग विशेषकर कम उम्र के मेमनों और कुपोषण व परजीवियों से ग्रसित बकरियों में अति गंभीर एवं … Continue Reading →